तिलक पावन मिट्टी से नमन, हे मातृभू ! नवा शीष चरणों में नमन ,हे मातृभू ! मन, वचन , कर्म सब सदमार्ग पर हो शुद्ध भाव आचरण ,हे मातृभू ! प्रेम, भ्रातत्व, आपसी स्नेह भर कर लो हर द्वेष हरण ,हे मातृभू ! घृणा, वैमनस्य का हृदय से उन्मूलन हो नकारात्मक विचारों का हनन,हे मातृभू ! अपनी संतान का कर उद्धार माँ दो अपने आँचल में शरण ,हे मातृभू ! #NojotoQuote #mk_monikakakodia #hindi #mlmk #merelafzmerikahani #hindinojoto