क्या कहूँ, के अब कुछ बाकी ना रहा, मेरी कलम का, दवात, साकी ना रहा। के कुछ कहने को बचा नहीं, अब, मेरी रूह को साँसों से रिहाई चाहिए। अंजाम की तलाश में, अंजान 'इकराश़' #YqBaba #YqDidi #IkraashNaama #PenInk #AakhiriAlvida