क्रिसमस = *ख्रीस्त जयंती* हे प्रभु येसु मेरे मसीहा, आया जगत में करने उद्धार। है रूप तेरा नन्हे बालक का, मेरा भरोसा कर दे उद्धार। पापी हूँ नादां, मेरे मसीहा, कर जोड़े मैं तो हूँ तेरे द्वार। तेरी शरण में हूँ बालक मसीहा, पापों को हर ले कर दे उद्धार। फँस जाऊँ विपदा, तू लेना उबार भक्त हूँ तेरा, करना उद्धार। आया मसीहा धरती संसार, विश्वास है मेरा करेगा उद्धार। हे प्रभु येसु मेरे मसीहा, आया है तू कर दे उद्धार। १६२/३६५@२०२१ सभी पाठकों को हर्षमय क्रिसमस। 🙏 मैंने क्रिसमस अर्थात ख्रीस्त जयंती के अवसर पर यह रचना की है। आज आप सबके सामने इस मंच पर प्रस्तुत कर रही हूँ।original yreeta-lakra-9mba #Christmas poem.