कैसी ये खलिश कैसा ख़ुमार है, तेरी सादगी पर ये दिल भी बाजार है || आंखों में नशा दिल बेकरार है || बस थोड़ा तेरे इश्क का चढ़ा बुखार है || हालत है नाजुक || मगर आज यह शाम बेकरार है || बस तेरा ही इंतजार | बस तेरा ही ख्याल है || और क्या मांगू मैं रब से !! बस मेरे लिए तो ... तू ही जन्नत का द्वार है || तेरे संग मेरे सपने हजार हैं | कोई दूसरी हसरत नहीं ... मेरा तो तू ही प्यार है || कैसी ये खलिश कैसा यह खुमार है। तेरे इश्क का जो || आज चढ़ा जो बुखार है || #कैसी_ये_खलिश_कैसा_खुमार_है #तेरा_ही_इंतजार #Love #Like #Sharing #Comments