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लिखने बैठती हूँ जब भी मैं उन दो अक्षर में दुनिया न

लिखने बैठती हूँ जब भी मैं
उन दो अक्षर में दुनिया नज़र आती हैं।
मैं लिख देती हूं दो अक्षर 'खुदा' पन्नों पर
मुझे दुनिया भर की खुशी मिल जाती है। - नेहा शर्मा सच ही तो है।
लिखने बैठती हूँ जब भी मैं
उन दो अक्षर में दुनिया नज़र आती हैं।
मैं लिख देती हूं दो अक्षर 'खुदा' पन्नों पर
मुझे दुनिया भर की खुशी मिल जाती है। - नेहा शर्मा सच ही तो है।