मेरी चेहरे की मासूमियत किसी बच्चे से कम नहीं हैं..... मेरी खुबसूरती किसी सादगी से कम नहीं हैं... मैं अपने वजूद की रौनक बस आंखो वाले काजल और सुकून वाली हसीं से बरकरार रखती हूं कहीं...... और बस अल्लाह की एक नेक बंदी हूं मै कहीं...... * सेल्फ लव.*.. यह मेरा गुरूर नहीं बस सकून हैं कहीं.......