ये यादों की प्यारी सी आग है, हर सीने में जलती रहनी चाहिए, ये दरिया है, हर दिल में बहना चाहिए, ये वो मासूमियत है, जो हर चेहरे पे होनी चाहिए, ये वो आसमानी रंग है, जो हर इश्क में होना चाहिए, ये वही बात है मेरे अब्दुल, हाँ ये वही वाली बात है, जो हर रात की, हर बात में होनी चाहिए, हर जज़्बात में होनी चाहिए। -शब्द प्रीत इश्क और इशक