कमलेश वक़्त की होती नहीं किसी से यारी अमीर से इश्क नहीं, गरीब से नहीं पर्देदारी राजा, प्रजा दोनो धूल में मिलेंगे वक़्त देखता नहीं कोई लाचारी। क्या दुश्मन, क्या आशिक उसकी किसी से नहीं रवादारी ©Kamlesh Kandpal #Wqt