लगता है आज वो कुछ उदास सा है वो अल्हड़ मदमस्त लड़का कुछ नाराज़ सा है, खता हुई होगी इन फ़िज़ाओं से कहीं रूठ जाना उसका भी जायज़ सा है, तस्कीन सोचा हम अपने लफ्ज़ों से दें दें लेकिन उसका मिज़ाज़ कुछ नासाज़ सा है, रिफ़ाक़त शायरी-ए-गुलिस्तां सी है उससे ज़िक्र में दिल्लगी भी थोड़ी घोलता वह है। तस्कीन :- तसल्ली रिफाकत:- जानपहचान #मेरीक़लमसे #मेरीडायरीकेकुछपन्ने #yqaestheticthoughts #yqlove #ishq #shayari #yqshayari