निगाहों को कैसे कहूँ कि उन्हें मत देख,उनकी नजरों की धूप से ही तो ये हुस्न जवाँ है। हम तो कब के टूट के बिखर गये होते, उनकी बाहों में क्या गिरे, अब तो हर तरफ खुबसूरत शमां है।। Dedicating a #testimonial to Ash Deathby Crushing #nigahe #husn #khubshurat #shama