अजीब क़ायदा है उल्टी गिनती सी लगती पहली रो के निकली आखिर पे मुस्कान है। कड़कड़ाती ठंड में महबूब सी उखड़ जाती साँसें आराम से धूप सेंकता क्या सूरज का मेहमान है । ©️✍️ सतिन्दर साँसें #kuchलम्हेंज़िन्दगीके #सतिन्दर #satinder #नज़्म #साँसें #गिनती #मुस्कान #सूरज #मेहमान #ठंड #महबूब #धूप