कलम के रगों में से रिस रहा था खूँ पन्नों पर फैल कर दर्द बयाँ कर दिया आखिर कब तक छुपाता वो अपने जख़्म को हदे बर्दाश्त तक पर नहीं किया था उसने जाहिर #gif #emotionalhindiquotegif #कलम के रगों में से रिस रहा था #खूँ #पन्नों पर फैल कर #दर्द #बयाँ कर दिया आखिर कब तक छुपाता वो अपने #जख़्म को हदे #बर्दाश्त तक पर नहीं किया था उसने #जाहिर