वो माँ तेरी मुस्कान तुझे हरपल मैं महसूस करती हूँ जान में जान आ जाती है जब कोई चीज तेरी पा जाती हूँ माँ तेरी लोरी क्या जानूँ क्या जानूँ मैं तेरा दुलार हाँ मैं गदगद हो जाती हूँ जब दादी से पाती प्यार आज मैं अकेली हूँ ओढ़ के लेटी दादी की साल माँ तेरी यादों की चादर अब मैं बुनती हूँ दिन रात क्या गलती हुई मुझसे जो माँ छोड़ गई तू मेरा साथ क्या बिगाड़ा था मैंने उस रब का जो दादी को भी बुला लिया कल रात तुम तो हो ही नहीं माँ किससे कहूँ अपना हाल जीने की कोई इच्छा नहीं रही अब मुझे भी बुला लो अपने पास #maa_ki_muskaan #competitionsbymanavi #yqdidi #yqbaba #yqquo Rules regarding competition ✔Aapko har do din me ek topic dia jaega jisme aapko collab krna hai. ✔Time limit: 05:00 pm next day ✔No word limit. You can surely write in caption. ✔Results will be out the next day.