एक कागज़ का टुकड़ा महज़ एक टुकड़ा नहीं रह जाता जब दिल का हाल उसपे हैं लिखा जाता बन जाता हैं वो किसी वसीयत सा क़ीमती जिसे वो लेखक़ चाहता हैं सम्भाल कर उम्र भर रखना ©sarika एक कागज़ का टुकड़ा....