तेरे हुस्न का चारों दिशाओं में बवाल हैं तेरी मदहोशी में ही गुजर गया वक्त मेरा, तेरा ही कमाल हैं। हिम्मत सिंह writing# thinking# Punjabi poetry Hindi poetry# Urdu poetry# तेरे हुस्न का चारों दिशाओं में बवाल हैं तेरी मदहोशी में ही गुजर गया वक्त मेरा, तेरा ही कमाल हैं। हिम्मत सिंह