तुम्हारी वफ़ा का तो, कोई जवाब ही नहीं,
तुम हो आफ़ताब भी, बस महताब ही नहीं..!!
तेरी खुमारी तो अब, उतारे नहीं उतरती,
तुम भी नशे सी हो चढ़ी, बस शराब ही नहीं..!!
तुमको कहीं खुद में, छुपा लूंगा एक दिन,
तुम भी बड़ी हो नाज़ुक, बस गुलाब ही नहीं..!! #प्यार#truelove#इश्क़#udquotes