अपनी मोहब्बत की मैं क्या जुबानी कहूं, उस पर शायरी कहूं या कहानी कहूं, वो छा रही है मुझ पर बादलों की तरह, उसको बारिश कहूं या रवानी कहूं, देखते ही उसको नशा हो गया, उसको मधुशाला कहूं या खुद को शराबी कहूं, उसके ख्यालों में हमेशा मैं डूबता रहा , उसे शहजादी कहूं या ख्वाबों की रानी का कहूं। #Dear Zindagi