तेरा प्यार मुझे तुझसे ही दूर लेता जा रहा है; ना जाने क्यू केसे किस तरह ये सितम होता जा रहा है; जिस समन्दर मे डूब कर,तेरे उस किनारे पे जाना चाहा था मेने, वही समन्दर मुझे आपनी गहराईयो में समेटता जा रहा है; ना जाने क्यू केसे ए सनम ये सितम होता जा रहा है; दिल में तो जिन्दा हैं आज भी तू कही, मिलता हू तुझसे मैं हर रोज वही कही; पर ना जाने फिर भी ये दूरियो का आलम बड़ता सा जा रहा है; ना जाने ए मेरे सनम, क्यू ईस कदर ये सितम होता जा रहा है!!! ~Vivek Gupta♡ Sitam Hota Ja Rha hai!!! #love #LoveAffectionCollection #lovepoetry #hindipoetry #poetry #dosti