तिरे बगैर दिल ए तसल्ली कहाँ हयात में जाना। तिरे बगैर मुकम्बल ए इश्क कहाँ साथ में जाना।। तू भी मिटा दे,में भी मिटा दू ,पहचान अपनी,, फिर मिलते है चाहतों से,तारों भरी रात में जाना।। deewana ajeet ©Ajeet Singh हयात #Drops