हां कुछ अजीब है इन हवाओं का रुख आज क्या तुमने की है कोई छेड़खानी इनसे? बदले बदले से है इनके मिजाज़ आज क्या तुमने कही है कोई कहानी इनसे? कुछ पल ठहर के फिर दौड़ पड़ती है मानो किसी से बात करना नहीं चाहती कुछ कहकर कहीं खो पड़ती है मानो किस्सा ही पूरा करना नहीं चाहती आज पराया सा है एहसास इनका क्या तुमने की है कोई नादानी इनसे? हां कुछ अजीब है इन हवाओं का रुख आज, क्या तुमने की है कोई छेड़खानी इनसे? _@gunjan🖤 aaj mosam bda hi behman h🖤