वो बांध लेते है हर बार मुझे सामाजिक रीति रिवाज की बेड़ियों से क्यों हूँ बंधनी इन बंधन की ..... क्योंकि मैं एक नारी हूँ ? हर बार परीक्षा मांगते हैं कर अपमानित मेरे स्वाभिमान से क्यों दोषी हूँ मैं निर्दोष होकर भी .... क्योंकि मैं एक नारी हूँ? # क्योंकि मैं एक नारी हूँ? Kuldeep Yadav Raveena Soan