क्या बताऊँ माँ कैसा है मेरा हाल दिन बिताना हो रहा है बुरा हाल उलझी हु कि कैसे पुछू तेरा हाल जीवन चक्र में फसी हु ,हो जाल रात को तेरी याद ज्यादा आने लगता है। तेरी कहीअनकही बात याद आने लगता है जब कभी कोई त्योहार आने लगता है तेरे साथ बिताये समय सोना लगने लगता है । माँ और बेटी की वार्ता ।