आज पैमाना इतना भरो, पूरे मैखाने की शराब कम पड़ जाये हर जाम झूम उठे लबों से लगते ही साकी भी बर्फ लाना भूल जाये तेरी खुशबू से महके मेरे ख़्वाबों के आशियां तेरे इश्क़ का सुरूर सांसों में घुल जाये हर गुल को गुलफाम मिले तेरे सारे गम मेरे ऑंसूयों से धुल जाये मर्ज-ऐ-दर्द का इलाज हो जिस बोतल में हर तितली को उसके हिस्से की खुशी मिल जाये हर घूंट में इतनी मिठास हो पीने वालों की नशे की प्यास बुझ जाये -Manku Allahabadi तितली #Butterfly #तितली #नशा #Nasha