वो रोकने चले हैं हमे तुफान भी भेज दिये हैं पर वो बेखबर हैं शायद हम उस कश्ती में सवार है जिसे खुद क़ासिद चला रहे हैं (यहाँ क़ासिद=messenger of god) वो रोकने चले हैं हमे तुफान भी भेज दिये हैं पर वो बेखबर हैं शायद हम उस कश्ती में सवार है जिसे खुद क़ासिद चला रहे हैं..