आओ हम भी लगाए स्वाभिमान के नारे रे। सेवा समता और मेहनत की गाते हुए तराने रे। अभी तक जो नहीं जुड़े हैं हमसे अभी भी जुड़ जाओ रे। भ्रष्टाचार अन्याय शोषण को मिटाने को साथ खड़े हो जाओ रे। विश्व गुरु बनाने को चले है मतवाले रे। हंसते गाते गुजर जाएंगे कांटो ओ अंगारों से ऐसे ही वीरों पर धरती करती आई नाज है आओ हम भी लगाए स्वाभिमान के नारे रे। ©munish writer #RepublicDay