(1) पास होकर तेरे ऐसा एहसास हुआ जिस्म को रूह आँखो को इक ख्वाब मिला ना पाने की चाहत ना खोने का डर मानो मुझको कोई मुझसा ही मिला। (2) जिस्म की नुमाईश तो कर देते हम आपने तो रूह की फ़रमाइश की हमारी हसरत ही थी चार पलों की मिलकर आपसे इक लम्हा भी सदियाँ बनी। (3) ना लब पास आए तेरे ना बाहों का हार मिला यूँ आँखो से चूम कर तूने मेरे जिस्म को मुहब्बत से सराबोर किया। The way you look @ me describes your love 4 me . OPEN FOR COLLAB✨ #ATheartdrawn • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts