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नदी के दो किनारों के जैसे कहाॅं किसी को मालूम था

नदी के दो किनारों के जैसे 
कहाॅं किसी को मालूम था कि..
सबकी प्यास बुझाने वाली 
नदी बीच से जो गुजरेगी,
किनारों को अलग-थलग 
कर देगी उसकी धारा, 

   (अनुशीर्षक में पढ़ें)     ***हमदोनों***

'नदी के दो किनारों' के जैसे 
कहाॅं किसी को मालूम था कि...
सबकी प्यास बुझाने वाली 
नदी बीच से जो गुजरेगी,

किनारों को अलग-थलग
नदी के दो किनारों के जैसे 
कहाॅं किसी को मालूम था कि..
सबकी प्यास बुझाने वाली 
नदी बीच से जो गुजरेगी,
किनारों को अलग-थलग 
कर देगी उसकी धारा, 

   (अनुशीर्षक में पढ़ें)     ***हमदोनों***

'नदी के दो किनारों' के जैसे 
कहाॅं किसी को मालूम था कि...
सबकी प्यास बुझाने वाली 
नदी बीच से जो गुजरेगी,

किनारों को अलग-थलग
shree3018272289916

Shree

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***हमदोनों*** 'नदी के दो किनारों' के जैसे कहाॅं किसी को मालूम था कि... सबकी प्यास बुझाने वाली नदी बीच से जो गुजरेगी, किनारों को अलग-थलग #lovequotes #yqbaba #हिंदी #yqdidi #lovepoem #a_journey_of_thoughts #नदी_के_दो_किनारे #unboundeddesires