तुम मुड कर.. कुछ क़दम मेरी ओर चल कर..... थोड़ा बैठ कर.. मुझसे नज़रें मिला कर.. कुछ यूँ कह जाओ की , वो जो आफ़त थी..की , धड़कनें सँभालूँ या साँस क़ाबू में करूँ..? सब सीख जाऊँ.. की , सीख जाऊँ... कैसे इज़हार , कैसे इक़रार , कैसे वफ़ा , किया , समझा और निभाया जाता है..! ! #__साथ ❤ 😿