तुम हसीनों से भी हसीं हो गए, ख्वाब मेरे बनकर दिल नशी हो गए, देखता मैं रहा तुमको इस कदर, तुम असमा हम जमीं हो गए, तेरी मोहब्बत में हम यूं खो गए, तुम हसीनों से भी हसीं हो गए, तेरी नादानियां तेरी अटखेलियां, यूं शरारत भरी तेरी रंगरलियां, हैं सताती हमें तड़पती हमें, पास होकर भी ये दूरियां, मोहब्बत में हम जवां हो गए, तुम हसीनों से भी हसीं हो गए.......! तुम हसीनों से भी..........!