अपना चिंतन अपनी कलम~🖋से- *चालाकियां जितनी मन-मस्तिष्क से दूर होगी,उतनी ही खुशियां करीब आएंगी*। माला सिंह,मेरठ(उ०प्र०) ©Mala Singh #Freedom Hardik Mahajan Shweta Duhan Deshwal