ये लड़की कितनी बदमाश है, सुनती ही नहीं, ओए सुन ना, तुझे इक चीज दिखता हूं। आ बैठ, देख , गौर से देख, इन पेरो के डालो का झटकना, की जैसे ये अपनी जुल्फ़ें खोल कर, कोई नृत्य कर रही हो, पूरी मस्ती, पूरी सुरूर के साथ, बिलकुल बेफिक्री से, बिना किसी हिचकिचाहट के, तब... मुझे इसमें तेरा अक्श दिखता है, और इन बनते बिगड़ते बुलबुलों में, अपना अक्श। ऐसा क्यों है कि हर बार तुझे, खुद से बेहतर साबित करता रहता हूं। यही तो इश्क है पगली, यही तो जज़्बात है, जो तुम नहीं समझोगी, ना, शायद कभी नहीं। चल अब मुह मत बना, बता, बात सुनेगी ना मेरी, क्यों क्या कहती है??? #Nubastu...... #Nubastu.दिलसे...... indira Rajesh rajak 🌹Adhoori Khwahish🌹 भोले बाबा Pawan Rajput