भक्तो की पुकार को सुन कर बन्द तालों को खोल दिया आधी अंधेरी तूफानी रात में मथुरा में था जन्म लिया नन्द बाबा के आंगन में पल कर यशोदा मां का दुलार लिया राधा संग मुरली की धुन पर वृंदावन में रास किया खोले थे ताले जो उस दिन आज क्यों तालों से बन्द किया दुनिया की खुदगर्ज़ी को तुमने क्यों यूं चुपचाप मान लिया आज तेरे जन्म दिवस पर तेरे मन्दिर को सजा दिया काम क्रोध वैर लालच को क्यों ना मन से दूर किया तुझ को लाख बधाई कान्हा भक्तो ने तुझ को याद किया तेरे जन्म दिवस के अवसर पर तुझ को दिल से प्रणाम किया #happyjnmashtmi#कन्हाजी#nozoto