ज़िन्दग़ी को बहतर , बनाना सीखो। वक़्त किसी का इन्तज़ार नहीं करता, वक़्त के साथ, कदम मिलाना सीखो। कभी तदबीर भी तक़दीर बदल देती है, ज़माने को उँगलियों पे, नचाना सीखो। हर असफलता का भी, कोई सबब होता है, हर ठोकर को, इक सबक़ बनाना सीखो। यूँ तो सभी मोहब्बत का दम भरते हैं, अपनो को भी कभी, आजमाना सीखो। उम्मीद पर ही तो, ये दुनियाँ कायम है , कभी नाउम्मीदी मे भी, गुनगुनाना सीखो। संघर्श के बिना,"फिराक़",ज़िन्दग़ी कैसी, कभी मुश्किलों मे भी, मुस्कराना सीखो। ख़ुद को अपनाना सीखो... #ख़ुदकोअपनाना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi