कभी खुली किताब मत बनना साहब अक्सर वो किताबें रद्दी में फेंक दी जाती है जिसे लोग पूरी तरह से पढ़ लिया करते हैं, कुछ राज़ की बातें राज़ ही रहने दो। #khulikitab