फेंक रहे हो खाना क्योंकि रोटी थोड़ी सुखी है फेंक रहे हो खाना क्योंकि रोटी थोड़ी सूखी है साहब इज्जत से फेंक ना मेरी बेटी कल से भूखी है ©Vikas Kohli Ji मेरी बेटी कल से भूखी है # गरीबी शायरी #SunSet