माँ का नवम एवं अंतिम स्वरूप सिद्धिदात्री संकल्प से सिद्धि भय मुक्त समाज सिद्धगंधरवयक्षाधैः , असुरै रमरैरपि सेवयामाना सदा भूयात, सिद्धिदा सिद्धिदायिनी या देवी सर्वभूतेषु, लक्ष्मीरूपेण संसिथता नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः सुप्रभात। परिवर्तन ही जीवन का आधार है, परिवर्तन से संचालित संसार है... #परिवर्तन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi