हमें लगता था हमारे जीवन की कश्ती हमारे हाथों में हैं जहाँ चाहें जैसे चाहें ले जा सकते है हम भूल गये हम तो कठपुतली हैं बस ड़ोर सभी की उसी के हाथों में हैं वही नचाता है कठपुतलियां घुमाता है कश्तियाँ जब चाहे.... जहाँ चाहे... जैसे चाहे.... हमें लगता था... #हमेंलगताथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi