White अपने लफ़्ज़ों से यहां चिंगारियां मत छोड़िए। आप हमारे वास्ते दुश्वारियां मत छोड़िए।। नफ़रतों से मिट गए कितनी ही क़ौमों के वजूद। मशवरा है आप ये बीमारियां मत छोड़िए।। वसीम अकरम शेख़ ©VASEEM AKRAM #GoodNight