कभी सुर्ख है कभी स्याह है, एक कतरा तुम्हारी मोहब्बत का... कभी जरा सा कभी बेपनाह है, एक कतरा तुम्हारी मोहब्बत का कभी लाजिमी कभी खामख्वाह है, एक कतरा तुम्हारी मोहब्बत का कभी भोर कभी खूबसूरत सांझ है, एक कतरा तुम्हारी मोहब्बत का कभी बेला कभी महकता लाल गुलाब है, एक कतरा तुम्हारी मोहब्बत का miss you a lot