नज़्म: ज़रूरत कोई खाली नज़्म कोई मुक्कमल ग़ज़ल किसी झूठी कविता का पर्याय हो गए हो तुम मुझसे पूछो जानो ये भी रात की मधुशाला दोपहर की भूख और पहली चाय हो गए हो तुम। #नज़्म #yqnazm #yqhindi #yqchallenge #yourquotediary #ArtLights #poetrylights #yqdidi