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आँधी बढ़े, तूफान चले, महाकालरात्रि की रात जले। अं

आँधी बढ़े, तूफान चले,
महाकालरात्रि की रात जले।

अंधकार से भरा आसमान,
महाकाली की शक्ति बने प्राण।

काली माता का रूप विशाल,
शिव शक्ति का खेल अनोखा।

चमके तारे, जले आसमान,
देवी की शक्ति सदा बनी अपार।

भयहारिणी का नाम जगा,
महाकालरात्रि आई लाजवा।

अनन्त काल की शक्ति तुझमें,
माँ तू ही जगत की रक्षिका।

चमके चांदनी, खिले सितारे,
महाकाली की जय बोलो सारे।

भयहारिणी का रूप निखरा,
महाकालरात्रि का जादू छाया।

हर बुराई से हमें बचा,
महाकाली की जय बोलें सब जग का।

भक्ति और शक्ति का संगम,
महाकाली का आशीर्वाद हमें।

महाकालरात्रि की आई बारात,
देवी का आशीर्वाद सदा साथ।

©Ajita Bansal
  #navratri Mahakali
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Ajita Bansal

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