तुमने देखा होगा सीता माता को जो अग्नि परीक्षा चुपचाप दे गयी पवित्र होने के बाद भी, पवित्र हु इस बात का प्रमाड दे गयी यह बात तब की जब श्री राम हुआ करते थे रावड के दस सर थे पर यह गन्दी सोच नहीं रखते थे उसने भी एक नारी के अपमान का बदला लेना चाहा था माफ़ी मांगी थी उसने सीता से वो जिसको हर के लाया था उसका राज था ,उसके लोग थे, उसका शहर था, उसका एक एक परिंदा था फिर भी छूआ तक नहीं उसने उस नारी को क्यों की उसका ज़मीर ज़िंदा था और आज के युग में तो हर राम में रावण बस्ता है जो जितना ज़्यादा गुनाह करे उसका उतना पुतला पूजता है और जो कमज़ोर समझते हो औरत को तो सुनलो अब सहना छोड़ दिया हमने, मैं अद्भुत हूँ, और थोड़ी अहंकारी हूँ चीर के रख दूंगी जो मुझे गन्दी निगाह से देखा भी, मैं आज की नारी हूँ #NojotoQuote मैं आज की नारी हूँ मैं आज की नारी हूँ #nasiransh #nashad