शुक्रिया है इन हवाओं का, जो तुमको छूकर आती हैं.. तुम सलामत हो, तुम्हारी सलामती का पैगाम लेकर आती हैं... ये हवा आज फिर से तुम्हारी सुगंध लेकर आयी है.. क्या हुआ जो कुछ पलों की मिल रही जुदाई है... Kya hua jo kuch palon ki mil rahi judaai hai#thirdquote