महबूब चाँदनी भी अक्सर, चाँद को हि मिला करती है। हमें उनसे मोहब्बत इतनी, कि हमारी सियाई जितनी। हमारी कलम उनका नाम नहीं, उन्हे महबूब लिखा करती है। fan of tiger shroff