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मुझे अपनो की खुदगर्जी ने बर्बाद किया वक़्त की मार क

मुझे अपनो की खुदगर्जी ने बर्बाद किया
वक़्त की मार को क्या दोष देना

मैं बैठा रहा किनारे पे और कस्ती वफ़ा की डूब गई
इसमे नदी की धार को क्या दोष देना

कम्फर्ज़ी का  हम क्या बया करे अपने मुँह से
किसी के व्यवहार को क्या दोष देना

मेरे ही मकान की छत कमज़ोर थी बेशक
शहर में ही रही बारिश को क्या दोष देना

हर लम्हा तरसे है एक तेरे साथ को
इसमे अपनी किस्मत को क्या दोष देना

आज हम बहुत बुरे हो गए तेरी नज़र में
इसमे अपनी मोहब्बत को क्या दोष देना #kya_dos_dena#Nojotonews
मुझे अपनो की खुदगर्जी ने बर्बाद किया
वक़्त की मार को क्या दोष देना

मैं बैठा रहा किनारे पे और कस्ती वफ़ा की डूब गई
इसमे नदी की धार को क्या दोष देना

कम्फर्ज़ी का  हम क्या बया करे अपने मुँह से
किसी के व्यवहार को क्या दोष देना

मेरे ही मकान की छत कमज़ोर थी बेशक
शहर में ही रही बारिश को क्या दोष देना

हर लम्हा तरसे है एक तेरे साथ को
इसमे अपनी किस्मत को क्या दोष देना

आज हम बहुत बुरे हो गए तेरी नज़र में
इसमे अपनी मोहब्बत को क्या दोष देना #kya_dos_dena#Nojotonews