अल्फ़ाज़ Bachelor.......... दिन वो भी खूब थे जब सब दी फिकर सी अपना ओर यारी दी ही कदर सी उस कल तक bachelor ही लोग मेनु केंदे सी ,, फिर ... बदलाव ... अंदाज च शुकुन ही था दिल पर अरमान हावी थे कोई आया मुझे राह से मोडने - काबिल से मुझे काफिर करके तोडने . . वो कामयाब हुवा - मे bechelor हुआ ... ##BACHELOR'S day