गमों का तकिया, मुस्कान की चादर में लपेट लिया है! ऐ ज़िन्दगी मैंने भी तुझे काटना नहीं, अब जीना सीख लिया है!! कोई कितना भी अपना क्यों ना हो, हर बात बताना छोड़ दिया है कहीं तमाशा-ए-जिंदगी न बन जाए, इसलिए..ऐ ज़िन्दगी गम में मुस्कुराने का ये हुनर सीख लिया है!! ©Shalini Nigam #Nojoto #yqbaba #yqdidi #Poetry #poem #Life