इज़हार उनकी जुल्फों ने इस कदर मुझपे ढाया ये कहर... सूरत उनकी मेरी आंखों से ओझल हुयीं न किसी भी पहर... उनसे मिलने को हम गये उनके शहर... वो बयां न कर पाये कि कितनी खुशी थी सुन के ये खबर... ✍️सुशील कुमार #deedar-e-ishq