माना की दूरियाँ कुछ बढ़ सी गयीं हैं, लेकिन तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है! ©Priya's world गम भरी शायरी दोस्त शायरी दोस्ती शायरी शायरी लव लव शायरी