उड़ते बादलों के जैसी फितरत है उसकी पल भर में वो यहीं है पल भर में वो वहां है मैं भागता हूं उसके पीछे धूप के जैसा परछाई के जैसी वो ठहरती कहां है... #तालाश #यादें #मोहब्बत #परछाईंसेबातें #yqhindi #hindishayari #hindipoetry